विस्थापित चौदह राजवंशों को पुनः क्षत्रिय समाज की मुख्यधारा में समाहित करने हेतु हुयी चर्चा

विस्थापित चौदह राजवंशों को पुनः क्षत्रिय समाज की मुख्यधारा में समाहित करने हेतु हुयी चर्चा

विस्थापित चौदह राजवंशों को पुनः क्षत्रिय समाज की मुख्यधारा में समाहित करने हेतु हुयी चर्चा

[8:28 PM, 9/8/2021] +91 70805 38446: जौनपुर,समय की मांग को देखते हुए एवं राजर्षि कुंवर श्रीपाल सिंह "राजा सिंगरामऊ" जौनपुर के अधूरे सपने को पूरा करने हेतु संगठन के सच्चे सिपाही अ0 भा0 क्षत्रिय महासभा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री एवं क्षत्रिय प्रशस्ति ग्रंथ के लेखक,सुरुवार पट्टी जौनपुर के ठा0 आद्या प्रसाद सिंह के आवास पर एक बैठक आयोजित की गई,जिसमें चौहान वंश के क्षत्रियों को पुनः छत्रिय  समाज की मुख्यधारा से जोड़कर इनसे रोटी-बेटी जैसा हर सामाजिक संबंध स्थापित किया जाना  अति आवश्यक है,विगत समय की बात है,जब विस्थापित चौहान क्षत्रियों की अखिल भारतीय राजपूत धर्म प्रचारिणी महासभा संचालित हुआ करती थी,जिसे सन 1984 में स्थापित राजपूतों की अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा में यह कहकर विलय कर दिया गया कि, मुगलों के अत्याचारों से अपना  सम्मान  और स्वाभिमान बचाने  हेतु 14 क्षत्रिय राजवंश जैसे चौहान, परमार,परिहार,सोलंकी,राठौर, सेनवंसी,चंद्रवंशी,तोमर आदि लोगों का विस्थापन हुआ,इन्होंने तरह-तरह की यातनाएं सही परंतु मुगलों की दासता को स्वीकार नहीं किया, इसलिए यह भी हमारे भाई हैं और इनसे हर सामाजिक संबंध स्थापित किया जाना अति आवश्यक है,परंतु कुछ अहंकारी विचारधारा के राजपूतों ने केवल राजनीतिक लाभ लेने के लिए इन्हें गुमराह करते रहे, जिससे स्थापित एवं विस्थापित क्षत्रियों के बीच की खाई आज भी जस की तस बनी रही, जिसे दूर करने के लिए तमाम मुद्दों पर चर्चा करते हुए यह निर्णय लिया गया कि अब तक जो भी संस्थाएं स्थापित एवं विस्थापित क्षत्रियों के मुद्दे को लेकर काम कर रही हैं,उन्होंने लगन से काम नहीं किया इसलिए अब अलग संस्था "स्थापित एवं विस्थापित राजपूत समन्वय समिति" बनाकर कार्य किए जाने की आवश्यकता है,इस बैठक में दीवानी न्यायालय जौनपुर के मध्यस्थता अधिकारी एवं मौसम वैज्ञानिक डॉ दिलीप कुमार सिंह,कात्यायनी कन्वेंट स्कूल के प्रबंधक डॉ0 घनश्याम सिंह,अपराध निरोधक कमेटी अध्यक्ष डॉ0 जयसिंह राजपूत एवं उपदेश सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।
[8:33 PM, 9/8/2021] +91 70805 38446: जौनपुर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने अवगत कराया है कि जिला चिकित्सालय  के ओपीडी/ईओपीडी में आए बुखार से संबंधित मरीजों के लिए समस्त जांच की सुविधा एवं दवा उपलब्ध है, डेंगू वार्ड 24 घंटे खुला रहता है तथा वहां पर रोस्टर वार तीन शिफ्ट में स्टाफ तैनात रहते हैं।
       डेंगू पॉजिटिव (SN-1) मरीज वार्ड में भर्ती होते हैं, जिला चिकित्सालय में 10-10 बेड के दो वार्ड (महिला/पुरुष) मच्छरदानी सहित तैयार है।
       चिकित्सालय में ओपीडी हॉल में फीवर हेल्प डेस्क स्थापित है जो प्रातः 8:00 से 2:00 तक संचालित रहता है एवं अपराह्न 2:00 बजे से प्रातः 8:00 बजे तक इमरजेंसी ओपीडी में तैनात अकस्मिक चिकित्सक द्वारा संचालित किया जाता है।
      मरीज गुरुमीत पुत्र श्री दिलीप कुमार उम्र 8 वर्ष (पुरुष) ग्राम गुंठवा थाना खेतासराय जिला जौनपुर गंभीर अवस्था में 6 सितंबर 2021 को अपराह्न 12:35 बजे ईओपीडी में भर्ती हुआ, बच्चा 4-5 दिन से बीमार था, बच्चे को ज्यादा बुखार था तथा बच्चा सीरियस था एवं किसी प्राइवेट नर्सिंग होम में परिजन द्वारा इलाज कराया जा रहा था, बच्चा ज्यादा सीरियस होने की दशा में जिला चिकित्सालय जौनपुर लाया गया जहां पर बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा समुचित इलाज/उपचार किया गया, बच्चा SN-1 डेंगू धनात्मक था, बच्चे का डेंगू की पुष्टि हेतु ब्लड सैंपल बीएचयू भेजा गया, बच्चे के गंभीरता को देखते हुए विशेषज्ञ चिकित्सक द्वारा हायर सेंटर (बीएचयू) सरकारी एंबुलेंस के द्वारा अपराह्न 1:15 पर रिफर किया गया।