साथ सभी ने छोड़ दिया लेकिन ऐ गरीबी, तू इतनी वफादार कैसे निकली।
साथ सभी ने छोड़ दिया लेकिन ऐ गरीबी, तू इतनी वफादार कैसे निकली।
प्रयागराज /झूंसी, बांस में लटका कर महिला के शव को अंतिम संस्कार के लिए के जा रहे पिता और पति
तस्वीर में दिख रहे बेसहारा बनारस के रहने वाले ये मुसिहारा समाज के है । झूंसी में नीबी गांव में रहकर पत्तल बेचकर जीवन यापन करते है। महिला के पति नखड़ू ने बताया कि पत्नी कई दिनों से बीमार थी जिसकी मृत्यु हो गई गरीबी इतनी थी की रोज सोचना पड़ता था की कल क्या खाऊंगा बस इसी आस में जीवन बिता रहा था। और मेरे पास इतने पैसे भी नहीं थे की पत्नि का इलाज करवा सकू, समय पर इलाज न होने पर पर मेरी पत्नि छोड़ कर चली गई, इतना कहते वेबस लाचार मजबूर नखड़ू बिलख बिलख कर रोने लगा,
और अपनी पत्नि के शव को बांस में बांध कर अंतिम संस्कार के लिए निकल पड़ा, इस स्थिति में देख वहां के कुछ लोगों का दिल पिघल गया और उस गरीब नखड़ू को चंदा के रूप में पैसे देना शुरु कर दिया

