तू साथ निभाते रहना साथिया दोनों मिलकर करेंगे लूट घसोट, भ्रष्ट चौकी इंचार्ज व सिपाही पर आरोप 

विकास कुमार सिपाही ने कहा जल्दी करो 5000 (पांच हजार) मुझे चौकी इंचार्कोज भी देना पड़ता

तू साथ निभाते रहना साथिया दोनों मिलकर करेंगे लूट घसोट, भ्रष्ट चौकी इंचार्ज व सिपाही पर आरोप 

जौनपुर, सुरेरी चौकी

मामला जौनपुर सुरेरी चौकी के अंतर्गत ग्राम सुरेरी का है जहां पीड़ित ने चौकी पर तैनात चौकी इंचार्ज विवेका नंद स्वामी और सिपाही विकास कुमार पर गम्भीर आरोप लगाया है,
मजदूर पीड़ित व्यक्ति ने आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे बेटे से किसी से विवाद हो गई थी जिसमें विकास कुमार सिपाही मेरे घर से जबर्दस्ती गाली गलौज देते हुए कालर पड़कर मां बहन की भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए साथ बैठ कर चौकी पर ले गए। जहां पर रास्ते में विकास कुमार सिपाही ने (20000) बीस हजार का मांग मजदूर पीड़ित से किया। मजदूर पीड़ित व्यक्ति ने (20000) बीस हजार देने से इनकार कर दिया। तब विकास कुमार सिपाही ने कहा चलो तुम्हारी सारी चर्बी और गर्मी चौकी पर उतारते हैं। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि विकास कुमार सिपाही मुझे चौकी पर लेकर पहुंचे तो वहां पर चौकी इंचार्ज भी थे। चौकी के अंदर विकास कुमार सिपाही ने गाली देते हुए मुझे मारना पीटना शुरू कर दिया इतने में चौकी इंचार्ज भी धमक पड़े और वो भी मुझे बेरहमी से मारने पीटने लगे। इसके बाद चौकी इंचार्ज वहां से चले गए तब विकास कुमार सिपाही ने पैसे की मांग करते हुए बोला कि चलो तुम ₹10000 (दस हजार) दे दो तुम को छोड़ दूंगा पीड़ित ने कहा मेरे पास पैसे नहीं है मैं मजदूर आदमी हूं रोज करता हूं रोज खाता हूं मेरे पास इतने पैसे नहीं है हाथ जोड़कर पीड़ित ने सिपाही के पैरो पर गिर जाता है। लेकिन विकास कुमार सिपाही ने उसपर तमाचे बरसाते रहे। जान बचाने के लिए पीड़ित ने कहा ठीक है साहब मैं पैसे दे दे रहा हूं मुझे छोड़ दीजिए ।
तब विकास कुमार सिपाही ने कहा जल्दी करो 5000 (पांच हजार) मुझे चौकी इंचार्कोज भी देना पड़ता, तब पीड़ित ने किसी तरह ₹10000 (दस हजार) का इंतजाम कर विकास कुमार सिपाही को दिया। तब जाकर पीड़ित की जान बची।
तब पीड़ित ने न्याय की गुहार लगाने के लिए विधायक के पास प्रार्थना पत्र लिखकर ले गया।
पीड़ित के अनुसार विधायक ने इस पर आक्रोश जताते हुए कार्रवाई के लिए प्रशासन को सौप दिया। लेकिन पीड़ित का कहना है कि कुछ दिनों बाद थाने पर जांच आई तो उसे भी दबा दिया गया।
मेरी कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है। जबकि पीड़ित पढ़ा लिखा नहीं है।

पीड़ित का कहना है की चौकी इंचार्ज और सिपाही विकास कुमार की दबंगई इतना ज्यादा हो गया है। मनमानी तरीके से मारते पीटते हैं और पैसा वसूली करते हैं। पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया है की चौकी इंचार्ज और विकास कुमार सिपाही ने चैलेंज भी दिया है कि तुम कहीं भी जो मेरा कुछ उखाड़ नहीं पाओगे ऐसे ही दौड़ते दौड़ते जीवन चली जाएगी तुम लोग मेरे चक्कर में ना पढ़ो।
जिससे पीड़ित तंग आकर मीडिया का सहारा लिया।
पीड़ित का कहना है की चौकी इंचार्ज और सिपाही विकास कुमार से डर है कही मेरे ऊपर फर्जी मुकदमा कर के फसा न दिया जाय। पीड़ित पुरी तरह से डरा हुआ है 

बता दे आपको अभी हाल ही में एक मामला सामने आया था। जिसमें विकास कुमार सिपाही की दबंगई खूब प्रकाशित हुई थी जिसमें सिपाही विकास कुमार ने पीड़ित ग्राम कोचारी के निवासी रामू कुमार को भी इसी तरह घर से घसीट कर ले गए थे और चौकी पर जमकर पिटाई की थी। जिसे रामू कुमार के छाती में गंभीर छोटे और दात भी टूट गए थे। जिससे पीड़ित रामू ने जौनपुर पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई थी जिसमें अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई पीड़ित रामू से भी बीस हजार का मांग किया गया था जिसमें रामू को पद्रह हजार देना पड़ा तब जाकर रामू कुमार की जान बची, पीड़ित रामू का कहना था कि विकास कुमार की सहयोग से दबंग युवक इंद्रजीत उर्फ गौरव अपने गाड़ी यू.पी 66 ए.ई.7298  पर पुलिस लिखाकर रात में वसूली भी करता था दबंगई दिखाता था। जो अभी भी करता है।
जिससे कुछ दिन पहले इंद्रजीत उर्फ गौरव की इस गाड़ी का चालान भी काटा गया था जब यह अपने आप को पुलिस का स्टाफ बताया जब इसकी जांच पड़ताल हुई तब पता चला यह पुलिस वाला नहीं है बल्कि सिपाही विकास कुमार का रिश्तेदार है। तब उसी समय इसका सहयोग विकास कुमार सिपाही ने किया फिर भी चेकिंग के दौरान₹2500 (पच्चीस सौ) की चलान काटी गई थी उसके बाद लिखा हुआ पुलिस हटवाने की बात कही गई थी लेकिन अभी तक गाड़ी पर लिखा हुआ पुलिस नहीं हटा।
पीड़ितों के कहने के अनुसार चौकी इंचार्ज और सिपाही विकास कुमार की गुंडई व दबंगई से काफी लोग परेशान हैं।