तारा (उमरी) के बच्चों ने जन्माष्टमी से पूर्व निकाली झांकी और किया कन्हैया तथा राधा के नटखट अदाओं का खूबसूरत चित्रण
तारा (उमरी) के बच्चों ने जन्माष्टमी से पूर्व निकाली झांकी और किया कन्हैया तथा राधा के नटखट अदाओं का खूबसूरत चित्रण
ब्यूरों रिपोर्ट, धनंजय राय
सफ़र में मुश्किलें आये तो जुर्रत और बढ़ती है,
कोई जब रास्ता रोके तो हिम्मत और बढ़ती है.
उपरोक्त पंक्तियों को वास्तविक रूप से यदि किसी ने परिलाक्षित किया है तो उनका नाम है राजेश सिंह. दरअसल जब कभी समाज में परिषदीय विद्यालयों का जिक्र किया जाता है तो आम जन अच्छी शिक्षा के वास्ते मुंह मोड़ लेता है और तरह - तरह की फ़िजूल मनगढ़ंत अवधारणा को मन में स्थान देना शुरू कर देता है. पर सच्चाई समाज की इस बौनी सोच से अलग है.
खैर आज कम्पोजिट विद्यालय तारा (उमरी) मुफ्तीगंज के बच्चों ने कृष्ण जन्माष्टमी पर आधारित झांकी और नृत्य कार्यक्रम में वो समा बांधा की श्रोताओं ने दांतों तले उंगली दबा ली.
अर्तिका-दिव्यांशी और प्रगति- कसक की जोड़ी ने जब *कान्हा को दीवाना बनाती हो* गाने पर नृत्य करना शुरू किया तो महफ़िल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठी. रितिक - श्रेया तथा महक एवं खुशी ने भी श्याम बंशी बजायेगा के गीत पर थिरकना शुरू किया तो सारा वातावरण उर्जात्मक हो गया.
बगैर किसी विशेष तैयारी के जूनियर कक्षाओं के बच्चों ने मटकी फोड़ प्रतियोगता में हिस्सा लेकर प्रतियोगिता में जान फूंक दी. आज़ादी के अमृतमहोत्सव की समाप्ति की इससे सुंदर रुखसत क्या ही हो सकती है.
शेष पूरे कार्यक्रम में प्रधानाध्यापक राजेश सिंह, दशरथ राम, सचिन्द्र यादव,अनिल पांडेय, प्रियंका सिंह, मधु रानी, रीता देवी, अवनीश सिंह, सर्वेश, संतोष, शीला समेत तमाम शिक्षक मौजूद रहे.
