आकाश सक्सेना आजमगढ़ में पहले हिंदू विधायक बने
आकाश सक्सेना आजमगढ़ में पहले हिंदू विधायक बने
रामपुर विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी के आकाश सक्सेना ने सपा प्रत्याशी आसिम रजा को हरा दिया है। आंकड़े अभी सामने नहीं आए हैं। सपा को उसी के गढ़ में हराने वाले आकाश सक्सेना आजमगढ़ में पहले हिंदू विधायक बन गए हैं। मार्च में आकाश को 76, हजार 84 मिले थे लेकिन हारे थे, दिसंबर में 55 हजार वोट मिले फिर भी जीते आकाश सक्सेना छात्र राजनीति में भी सक्रिय रहें। यही वजह है कि पार्टी ने उन्हें टिकट दिया है। पिछले चुनाव में रामपुर में आजम खान और आकाश सक्सेना के बीच दिलचस्प मुकाबला हुआ था। आजम खान को 131225 वोट मिले थे जबकि आकाश सक्सेना 76084 वोट पर ही रह गए थे। रामपुर में भाजपा के पक्ष में 76000 वोट भी काफी मायने रखता है।
5 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति के मालिक हैं आकाश
आकश सक्सेना 12 वीं पास हैं। 1996 में आकाश सक्सेना इंटर कॉलेज ढांढा रामपुर से पास आउट हुए। 5 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति के मालिक हैं।
150000 रुपये खुद के पास
200000 पत्नी के पास
25000 रुपए बेटी के पास
241263 रुपए आकाश सक्सेना के बैंक खाते में
कोई भी क्रिमिनल केस नहीं
आकाश सक्सेना पर कोई भी क्रिमिनल केस दर्ज नहीं है।
आकाश ने आजम पर 43 केस दायर किए हैं
आजम खान रामपुर से पहली बार 1980 में चुनाव जीते थे। उसके बाद 1995 तक वह लगातार विधायक रहे। फिर आजम खान केंद्र की राजनीति में आए। फरवरी 2002 से यह सीट लगातार आजम खान और उनके परिवार के पास है।
जौहर विश्वविद्यालय के जमीन मामले में भी आकाश सक्सेना की काफी भूमिका रही। प्रयागराज उच्च न्यायालय ने इस मामले में आजम खान कोसशर्त जमानत दी थी आकाश सक्सेना लगातार आजम खान पर हमलावर रहते हैं। आजम खान का विरोध करके ही आकाश सक्सेना का सियासी सफर शुरू हुआ।
इन्हीं के मुकदमे पर रद्द हुई है आजम खान की विधायकी, क्या था वो मामला?
साल 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान आजम खान ने भड़काऊ भाषण दिया था। आजम खान ने भाषण मिलक कोतवाली इलाके के खातानगरिया गांव में दिया था। सभा के बाद आकाश सक्सेना ने आजम खान पर पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के मुकदमा दर्ज किया था। आकाश सक्सेना के मुकदमे के बाद रामपुर एमपी एमएलए कोर्ट का फैसला आया। 21 अक्टूबर को कोर्ट ने ये फैसला सुनाया कि आजम खान 3 साल तक चुनाव नहीं लड़ेंगे।
आकाश के केस पर आजम के बेटे अब्दुल्ला की विधायकी भी जाने वाली थी
जनवरी 2018 में आकाश ने आजम के बेटे के फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट मामले को कोर्ट में ले गए। मामले में कोर्ट ने साल 2019 के हाई कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा है। इस फैसले में हाई कोर्ट ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र मामले में अब्दुल्ला के विधायक के तौर पर चुनाव को रद्द करने का आदेश दिया था। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस अजय रस्तोगी और जस्टिस बीवी नागरत्न की बेंच ने हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ अब्दुल्ला की याचिका को खारिज कर दिया।
BJP से चार बार विधायक रहे चुके शिव बहादुर सक्सेना के बेटे हैं आकाश
आकाश कल्याण से राजनाथ और राम प्रकाश गुप्ता सरकार में मंत्री रहे शिव बहादुर सक्सेना के बेटे हैं। शिव बहादुर भाजपा से चार बार विधायक रहे हैं।
9 महीने पहले आजम खान से 55 हजार से ज्यादा वोटों से हारे थे
यूपी चुनाव 2022 के मैदान में आजम खान के खिलाफ रामपुर के चुनावी मैदान में उतरे आकाश सक्सेना ही 55 हजार से अधिक वोटों से हारे थे। आजम खान को 1,30,649 वोट मिले थे। भाजपा के आकाश सक्सेना को 75,411 वोटों से संतोष करना पड़ा था। आजम खान 55,238 वोटों से जीत हासिल की।
अबकी आकाश सक्सेना को क्षेत्र के अल्पसंख्यक मतदाताओं का भी समर्थन
इस सीट के समीकरण कुछ इस तरह हैं कि बिना अल्पसंख्यक मतदाताओं के समर्थन के जीत हासिल करना मुश्किल है। इस बार सपा के कई नेता और आजम खां के कई करीबी अब बीजेपी खेमे में आ गए हैं। इसमें आकाश सक्सेना भी शामिल हैं। आकाश सक्सेना की जीत के बाद ये साफ हो गया है कि अल्पसंख्यक मतदाताओं का समर्थन आकाश सक्सेना को मिला है।
