पीड़ित बुजुर्ग महिला को न्याय मिलने के बाद उसकी आंख से छलके आंसू।

पीड़ित बुजुर्ग महिला को न्याय मिलने के बाद उसकी आंख से छलके आंसू।

पीड़ित बुजुर्ग महिला को न्याय मिलने के बाद उसकी आंख से छलके आंसू।
पीड़ित बुजुर्ग महिला को न्याय मिलने के बाद उसकी आंख से छलके आंसू।

संवाद विजय प्रताप टाइम्स....


चंदवक जौनपुर
अपनी ही जमीन पर कब्जा पाने के लिए बुजुर्ग पीड़ित महिला भटक रही थी दर-दर।

जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने लिया था संज्ञान,शीघ्र से शीघ्र पीड़ित महिला को कब्जा दिलाने का बीते संपूर्ण समाधान दिवस पर दिया था आश्वासन।

पीड़ित बुजुर्ग महिला को न्याय मिलने के बाद उसकी आंख से छलके आंसू।

 जौनपुर चन्दवक केराकत तहसील के चंदवक थाना क्षेत्र के बीरीबारी में जहाँ पर लगभग  बाईस साल बाद पीड़ित महिला लालमनी जो लगभग 85 साल बुजुर्ग है को मिला न्याय ।लगभग बाईस  साल से चल रहे ज़मीनी विवाद  का जिलाधिकारी जौनपुर मनीष कुमार वर्मा के निर्देश पर आज उपजिलाधिकारी माँज  अख्तर और चंदवक थाना प्रभारी  विजय शंकर सिंह और पुलिस मय फोर्स के साथ  मौके पर पहुंच कर विवादित जमीन पर कब्जा दिला कर दिलाया न्याय, बताया जाता है कि पीड़ित महिला लगभग बाईस  सालों से अपनी ही जमीन पर कब्जा पाने के लिए तहसील से लेकर जिला, वाराणसी मुख्यालय, लखनऊ सचिवालय एवं मुख्यमंत्री दरबार तक दर-दर की ठोकर खाकर न्याय के लिए भटक रही थी।वही जिलाधिकारी जौनपुर मनीष कुमार वर्मा ने इस मामले को संज्ञान मे लेकर तत्काल प्रभाव से  दिखाते हुए बीते शनिवार को केराकत तहसील सभागार में डीएम की अध्यक्षता में सम्पूर्ण समाधान चल रहा था वही पर पीड़ित बुजुर्ग महिला लालमनि अपने पिछले कई दर्जन आवेदन के साथ जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा से न्याय व कब्जा पाने के लिए न्याय की गुहार लगाई थी । वहीं जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने उपजिलाधिकारी केराकत माँज अख्तर को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि इस महिला को 2 दिन के अंदर न्याय मिलना चाहिए| वही केराकत उपजिलाधिकारी माँज अख्तर जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा के आदेशों का पालन कराते हुए बुधवार को पीड़ित बुजुर्ग महिला लालमनि को उनका हक दिलाया, वही जब इस संदर्भ में पीड़ित बुजुर्ग महिला लालमनि से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा और उप जिलाधिकारी केराकत माँज अख्तर और थाना प्रभारी निरीक्षक विजय शंकर सिंह को बहुत-बहुत धन्यवाद देती हूँ| और उनका आभार प्रकट करती हूँ वही उनका कहना था कि जिले के कई अधिकारी अब तक जो नहीं कर पाए थे वह आज पूरा हो गया यह कहते हुए उनकी आंखों से खुशी के आंसू झलक रहे थे।