ऑनलाइन फ्रॉड: राजधानी में खाकी टीम अलर्ट
ऑनलाइन फ्रॉड: राजधानी में खाकी टीम अलर्ट
लखनऊ, जौनपुर। राजधानी स्थित सिग्नेचर बिल्डिंग पुलिस मुख्यालय की तरफ से तकरीबन हर दिन यह अपडेट आता रहता है, कि सूबे की खाकी टीम को हाईटेक बनाने के लिये योगी सरकार के दिशानिर्देश पर लगातार सुधारपरक योजनायें चलायी जा रही हैं। खासकर आये दिन साइबर ठगी का शिकार होने वाले पीड़ितजनों को फौरी राहत देने के लिये भी मुख्यालय से लेकर जनपदीय स्तर पर पुलिस टीम को तमाम आईटी व तकनीकी सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। वहीं राजधानी के साइबर पुलिस टीम की बात करें तो इसमें कोई संशय नहीं है कि क्रमवार बड़े ही त्वरित गति से यहां की खाकी टीम साइबर ठगी के पीड़ितों को राहत पहुंचाने का काम करती नजर आती रहती है, ऐसे में हर माह लाखों रुपये की रकम पीड़ितजनों को साइबर पुलिस टीम वापस कराने में भी सफल रही है। मगर पूर्वांचल के जनपद जौनपुर के विभिन्न तहसीलों में लोकल साइबर पुलिस टीम की कार्यप्रणाली पर गौर करें तो एक तरफ जहां शाहगंज तहसील में लगातार साइबर ठगी से जुड़े अपराधों का खुलासा होता दिख रहा है तो वहीं दूसरी ओर जनपद की दूसरी तहसील केराकत में इस प्रकार की ऑनलाइन ठगी के शिकारजनों को निराश होना पड़ रहा है।
बता दें कि जौनपुर जिले के तहसील केराकत निवासी प्रभात कुमार गुप्ता पुत्र जगदम्बा प्रसाद से विगत 2 अगस्त को ऑनलाइन खरीदारी करते समय उनके खाते से 36, 800 रुपये का ऑनलाइन फ्रॉड हो गया। जिसकी शिकायत पीड़ित द्वारा उसी समय साइबर सेल ऑनलाइन शिकायत दर्ज किया गया। वहीं स्थानीय थाना केराकत पर भी शिकायत दर्ज कराया गया था, लेकिन आज तक पीड़ित के खाते से ऑनलाइन ठगी की शिकायत के बावजूद थाना पुलिस व साइबर सेल द्वारा पीड़ित का कटा रुपया निकलवाने में असफल साबित होती नजर आ रही हैं। वहीं दूसरी तरफ केराकत से सटी तहसील शाहगंज अंतर्गत कोतवाली शाहगंज पुलिस द्वारा मात्र दो माह के अंदर लगभग 9 लोगों के साथ हुए साइबर ठगी का 5 लाख 46 हजार 300 रुपये पांच लाख छियालीस हाजार तीन सौह्व रुपया उनके खाते में वापस कराया जा चुका है। शाहगंज थाना पुलिस का यह सराहनीय कार्य सुर्खियों में छाया हुआ है। और वहीं दूसरी तरफ केराकत थाना क्षेत्र में लगातार हो रही चोरी व एक माह लगभग हुए ऑनलाइन ठगी की शिकायत पर क्यों स्थिरता दिखाई जा रही है जो खुद में है एक बड़ा सवाल खड़ा कर रहा।
ऐसे में एक ही जिले की दो तहसील के अलग अलग थाने के मामलों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि शाहगंज थाना पुलिस की भाति केराकत थाने में प्रशिक्षित पुलिस कर्मी की भारी कमी है तभी तो केराकत कोतवाली क्षेत्र में हो रही लगातार चोरी व ठगी की शिकायत का आज तक खुलासा करने में असफल दिखाई दे रही हैं और वहीं दूसरी तरफ शाहगंज कोतवाली पुलिस एक के बाद एक मामले का खुलासा करते हुए सुर्खियों में बनी हुई हैं। यदि ऐसा ही हाल केराकत थाना पुलिस का रहा तो बहुत जल्द पुलिस अधीक्षक को शाहगंज थाने जैसे तेज तर्रार व कम समय में तत्वारित किसी भी मामले का खुलासा करने वाली बेहद कुशल व प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों को केराकत थाना में तैनात करने की आवश्यकता होगी। जिससे क्षेत्रीय जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बना रहे।
ऑनलाइन फ्राड पीड़ितों की हरसंभव होगी मदद: सीओ केराकत
बड़ी हैरत की बात सामने निकल कर आ रही हैं कि जिला मुख्यालय के पुलिस लाइन्स में साइबर सेल का कार्यालय स्थित जहां साइबर प्रभारी की नियुक्ति भी है। उसके बावजूद मुख्यालय से अधिक तहसील की थाना पुलिस द्वारा मात्र दो माह में आन लाइन ठगी के शिकार हुए लोगों का लाखों रुपया उन्हें वापस कराया गया है। जिसके कारण मुख्यालय साइबर सेल कार्यालय से अधिक तहसील थाना पुलिस सुर्खियों में छाई हुई हैं। जिसकी खबर भी समाचार पत्रों द्वारा प्रमुखता से प्रकाशित की जाती रही हैं। इस पूरे प्रकरण के सम्बन्ध में तरूणमित्र टीएम-24 लखनऊ के जिला संवाददाता द्वारा एसपी ग्रामीण से वार्ता किया गया जिसके बाद उन्होंने केराकत सीओ से वार्ता करने की बात कहीं। वहीं केराकत सीओ को उनके क्षेत्रीय साइबर पुलिस से जुड़ी ढुलमुल गतिविधियों से अवगत कराया गया। वहीं इस बाबत सीओ केराकत का कहना रहा कि इस ऑनलाइन फ्राड मामले को लेकर थाना प्रभारी को निर्देशित किया जा रहा, और पीड़ित से बात कर हर सम्भव उनकी मदद की जाएगी।