भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के 72 वें परिनिर्वाण दिवस मनाया गया...

भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के 72 वें परिनिर्वाण दिवस

भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के 72 वें परिनिर्वाण दिवस मनाया गया...

जौनपुर। अपना दल एस पार्टी जिला कार्यालय वाजिदपुर में  दिनांक 15 दिसंबर गुरुवार को भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के 72 वें परिनिर्वाण दिवस पर जिलाध्यक्ष शिव नायक पटेल की अध्यक्षता में एक शांति पाठ पार्टी कार्यालय पर किया गया। सर्वप्रथम कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पार्टी के राष्ट्रीय सचिव पप्पू माली ने भारत रत्न, संविधान निर्माता, बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर सरदार पटेल ,भारत रत्न संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर तथा  पार्टी के संस्थापक यशःकायी डॉ सोनेलाल पटेल के चित्र पर  माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन करके भावभीनी श्रद्धांजलि दी। राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि सरदार पटेल  देश के  ऐसे जननायक थे जिनका लोहा पूरा भारत ही नहीं बल्कि पूरा विश्व आज मान रहा है। उन्होंने कहा कि यह उन्हीं की देन है कि जब देश छोटे-छोटे खंडों में विभाजित था और  एक राष्ट्र के रूप में एक कच्चे धागे में पिरोया हुआ था ।राष्ट्र को सशक्त और समृद्ध साली बनाने और सर्वांगीण विकास के चरमोत्कर्ष पर स्थापित करने में योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि देश के प्रथम पूर्व उप प्रधानमंत्री पूर्व गृह मंत्री, किसानों के मसीहा, सरदार पटेल के नाम से विश्व विख्यात भारतीय गणराज्य के जनक और संस्थापक, महान अधिवक्ता, महान राजनीतिज्ञ, लोकनायक, भारतीय राजनीति के प्रवर्तक, सरदार पटेल ने राष्ट्र निर्माण में सबसे अहम योगदान दिया।उन्होंने कहा कि देश की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष में अग्रणी भूमिका निभाते हुए स्वतंत्र और एकीकृत राष्ट्र बनाने में उनका अद्वितीय योगदान रहा। 1947 के भारत-पाक युद्ध में गृह मंत्री के रूप में कार्य किया। 1918 में खेड़ा संघर्ष  उनका पहला और बड़ा योगदान था।वह ऐसे महान राजनेता थे जिन्होंने गुजरात में किसानों को कर से  राहत दिलाने के लिए अंग्रेजी हुकूमत को झुकाया। बारडोली सत्याग्रह में उनके ऐतिहासिक योगदान को भारतीय इतिहास का सबसे अहम हिस्सा बताते हुए कहा कि वह एक अद्वितीय अद्भुत व्यक्तित्व थे जिन्होंने गुजरात में किसानों का नेतृत्व करके ब्रिटिश सरकार को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया और अंततः ब्रिटिश हुकूमत को किसानों की मांग को स्वीकार करना ही पड़ा।इसी ऐतिहासिक उपलब्धि ने उन्हें सरदार की उपाधि से विभूषित किया । वह एकमात्र ऐसे  महान राष्ट्र निर्माता थे जिन्होंने 562 रियासतों का एकीकरण किया ।उन्हें 1991 में मरणोपरांत भारत रत्न दिया गया। आज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और मोदी की सरकार में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल सरदार बल्लभ भाई पटेल के पद चिन्हों पर चल करके उनके सपनों को साकार करके जमीनी धरातल पर उतारने का काम कर रही हैं जिसे आज पूरा देश समझ रहा है। गरीबों, पिछड़ों और कमेरों के मसीहा  सरदार पटेल के संघर्ष की लड़ाई को आगे बढ़ाती हुई और ऐसे महामानव की गरीबों के उत्थान की जो सोच थी आज वास्तव में दबे, कुचले, पिछड़े, वंचित समाज और दलितों के अधिकारों की लड़ाई पूरी मजबूती के साथ लड़ रही हैं। जिला अध्यक्ष शिव नायक पटेल ने कहा कि निकाय चुनाव के लिए हमारे कार्यकर्ता पदाधिकारी पूरी तरह से कमर कस चुके हैं। शीघ्र ही आरक्षण चार्ट आचार संहिता लागू होते ही हमारी पार्टी प्राप्त आवेदन के अनुसार सभी नामों पर विचार विमर्श करेगी। टाउन एरिया, नगर महापालिका एवं सभासद के सभी वार्डों से पार्टी अपना कैंडिडेट 25 दिसंबर तक घोषित कर देगी। जनपद के सभी नगर पालिका, टाउन एरिया की सभी सीटों पर पार्टी अपना उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारेगी। हमारी पार्टी अत्यंत मजबूती के साथ निकाय चुनाव में सभी सीटों पर जीत सुनिश्चित करेगी और अनुप्रिया पटेल के हाथों को मजबूत करने का काम करेगी। कार्यक्रम का संचालन जिला उपाध्यक्ष मान सिंह पटेल ने किया। मौके पर लाल प्रकाश पाल, अनिल जायसवाल, मानसिंह ,सूरज पटेल, डॉ मनीष यादव ,जयप्रकाश पटेल, राम सुंदर पटेल ,दान राज पटेल,राम सुंदर गौड़, अंबिका प्रसाद मौर्य, रामधनी पटेल, जगदीश पटेल, रामपति प्रजापति, राम सामुझ गौतम ,रजनीकांत वर्मा आदि लोग उपस्थित रहे।