एसडीएम शाहगंज के मिलीभगत से हो रहा अवैघ निर्माण

एसडीएम शाहगंज के मिलीभगत से हो रहा अवैघ निर्माण

एसडीएम शाहगंज के  मिलीभगत से हो रहा अवैघ निर्माण

शाहगंज/ जौनपुर :-शहगंज क्षेत्र के अंतर्गत कोरवालिया भादी न्यायालय में अधीनस्थ मुकदमा चल रहे दो पक्षों में आबादी की जमीन का मुकदमा सर गर्म हो गया है जिसमें लगातार खूनी संघर्ष की शंका बने हुए हैं , आए दिन जमीनी विवाद जानलेवा होता जा रहा है। आपको बताते चलें कि कोरवालिया भादी प्रथम पक्ष पन्नालाल पुत्र रामहित व द्वितीय पक्ष प्रशांत कुमार पुत्र स्वर्गीय पंचम का आबादी का मुकदमा न्यायालय में चल रहा है l जिसमें प्रशासन के द्वारा दोनों पक्ष को न्यायालय का फैसला आने तक किसी को भी काम करने से रोक दिया गया है l काफी दिनों से चल रहे मुकदमे में दोनों पक्ष शांति से जीवन यापन कर रहे थे लेकिन आए दिन मौके पर दूसरे पक्ष प्रशांत कुमार पुत्र स्वर्गीय पंचम कमलेश पुत्र बाबूराम राम आसरे पुत्र बाबूराम, मेवालाल पुत्र राम आसरे , राहुल पुत्र नंदलाल , शिवम पुत्र राम आसरे ने एकजुट होकर धनबल से मजबूत होने के कारण न्यायालय में विवादित जमीन पर जबरन कब्जा कर रहे हैं l पीड़ित के रोकने के बाद भी वे फौजदारी आमादा हो रहे हैं पीड़ित परिवार धनबल में कमजोर होने के कारण प्रशासन का दरवाजा खटखटाया उप जिलाधिकारी शाहगंज के पास पीड़ित परिवार लिखित एप्लीकेशन दिया तो पीड़ित परिवार का कहना है कि एसडीएम साहब ने उनका प्लीकेशन नहीं लिया और बात बढ़ने पर उन्होंने उन्हें डांट कर भगा दिया कई बार पैरवी करने के बाद भी एसडीएम साहब नहीं सुन रहे है पीड़ित परिवार का कहना है कि यह एसडीएम की मिलीभगत के कारण दूसरा पक्ष विवादित जमीन पर अपना मकान निर्माण कर रहा है पीड़ित परिवार के लोग जब उसे रोकने की कोशिश करते हैं तो एसडीएम साहब कहते हैं कि मैं वहां खड़ा होकर बनवाऊगाl जिससे दूसरे पक्ष का मन इतना बढ़ गया है कि एसडीएम का शय मिलने से तेजी से काम करके जमीन को कब्जा किया जा रहा है l पीड़ित परिवार का कहना है कि एसडीएम ने पैसे लेकर पीड़ित परिवार के साथ अन्याय कर रहे हैl न्यायालय में चल रहे मुकदमे का अवहेलना किया जा रहा हैl जब पीड़ित परिवार वहां बनाने को जाता हैl तो एसडीएम साहब मौखिक रूप से कहते हैं कि तुम मत बनाना जिसके कारण पीड़ित परिवार लाचार है , शासन प्रशासन से कोई मदद ना मिलने के कारण जमीनी विवाद खूनी संघर्ष में परिवर्तन होने में देर नहीं है ,अगर शासन प्रशासन इस पर अमल नहीं करता है तो कभी भी अप्रिय घटना होने की संभावना बनी है इससे पहले भी द्वितीय पक्ष के द्वारा पीड़ित परिवार के ऊपर जुल्म ढाया गया । बताते हैं कि उनके घरों में आग लगा दिया गया उनकी जमीन कब्जा करने के बाबत में यह मामला उठा जिसका कारण है कि यह आज न्यायालय में अधीनस्थ है , लेकिन आज न्यायालय की भी बात न सुनी जा रही है जिसके मुख्य जिम्मेदार पीड़ित का कहना है कि एसडीएम साहब शाहगंज के शय के कारण प्रशाशन भी हमारी मदद नहीं कर रहा है।