सरकारी हास्पिटल को अपने बाप की जागीर समझने वाला जनता विरोधी ग्राम प्रधान

सरकारी हास्पिटल को अपने बाप की जागीर समझने वाला जनता विरोधी ग्राम प्रधान

सरकारी हास्पिटल को अपने बाप की जागीर समझने वाला जनता विरोधी ग्राम प्रधान

सरकारी संपत्ति भीटा और तालाब तथा ग्राम सभा में आई हुई सरकारी हास्पिटल योजनाओ को अपने बाप की जागीर समझने वाला जनता विरोधी ग्राम प्रधान थलोई अमरबहादुर गौतम पर गंम्भीर आरोप ग्राम वासियों द्वारा लगातार लगाया जा रहा है। 132 लैण्ड की जमीन भीटा और तालाब की आराजी पर ग्राम प्रधान थलोई और कुछ ग्राम सभा सदस्य तथा ग्राम प्रधान के कुछ चाटुकार सहयोगी द्वारा सरकारी संरक्षित जमीनो को बंदर बांट कर रहे हैं और मकान व सौंदर्यीकरण के नाम पर कब्ज़ा कर रहे हैं। ग्राम वासियों के बार बार विरोध के बाद भी कब्जा ज्यों का त्यों बना हुआ है।इधर ग्राम वासियों द्वारा बताया और आरोप लगाया जा रहा है कि ग्राम प्रधान थलोई ने हास्पिटल योजनाओ को आबंटित जमीन कम-से-कम चार जगह पर प्रस्तावित कर जनता को गुमराह कर रहा है। उपजिलाधिकारी महोदय को ग्राम प्रधान थलोई अमरबहादुर गौतम उसी जमीन पर बार-बार प्रस्ताव दे रहे हैं जो इनके विरोधी और चुनाव में इनके विपक्ष में खड़े थे। जबकि वहां जगह ही पर्याप्त नहीं है। ग्राम प्रधान अमरबहादुर गौतम द्वारा कभी किसी के घर के सामने तो कभी सैकड़ों वर्ष से बसे पुस्तैनी मकान पर प्रस्तावित कर लेखपाल साहब और उपजिलाधिकारी महोदय को गुमराह कर रहा है। ग्राम वासियों का कहना है कि सड़क के किनारे आराजी 1641या 1785 ख पर पर्याप्त जमीन है लेकिन यहां प्रस्ताव पारित करने को ग्राम प्रधान तैयार नहीं है।जिससे ग्रामीणों में बहुत ही आक्रोश व्याप्त है।