स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क कंडोम की सुविधा,असुरक्षित यौन संबंध एवं अनचाहे गर्भ से पाए छुटकारा

केंद्रों पर निःशुल्क कंडोम की सुविधा,असुरक्षित यौन संबंध एवं अनचाहे गर्भ से पाए छुटकारा

स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क कंडोम की सुविधा,असुरक्षित यौन संबंध एवं अनचाहे गर्भ से पाए छुटकारा

जौनपुर/ जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर निःशुल्क कंडोम की सुविधा मौजूद मेडिकल स्टोर से लोगों के सामने कंडोम खरीदने में जिन लोगों को संकोच या हिचकिचाहट होती थी उनके लिए राहत की बात है। इसके लिए सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों पर कंडोम पेटिका (कंडोम बाक्स) की व्यवस्था की गयी है। यहां से 24 घंटे कभी भी निःशुल्क कंडोम प्राप्त किया जा सकता है। इस व्यवस्था से जहां एक ओर लोगों को शर्म और संकोच का सामना नहीं करना पड़ेगा वहीं उनकी जेब भी ढीली नहीं होगी और महिलाओं को अनचाहे गर्भ से छुटकारा भी मिलेगा।

जनपद के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर लकड़ी से बने बॉक्स में कंडोम के पैकेट भरकर ऐसी जगह लगाये गए हैं, जहां सभी की पहुँच भी हो और उनकी गोपनीयता भी बनी रहे। यह सेवा 24 घंटे उपलब्ध है और यहां से कभी भी निःशुल्क कंडोम प्राप्त किया जा सकता है। कंडोम बॉक्स खाली होने पर स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुनः इसे भर देते हैं और यह चक्र चलता रहता है ।ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर आशुतोष कुमार ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुजानगंज में कंडोम बॉक्स को अस्पताल के मुख्य गेट के बगल में लगाया गया है, जिससे यह आसानी से लोगों की पहुँच में हो। उन्होने बताया कि शुरुआत में लोगों को कम जानकारी थी लेकिन अब इसमें हर तीसरे दिन कंडोम के पैकेट भरने पड़ते हैं। उन्होने बताया कि ब्लॉक के सभी प्रसव केन्द्रों पर कंडोम बॉक्स उपलब्ध हैं ।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 लक्ष्मी सिंह का कहना है कि गर्भावस्था को रोकने के साथ ही संक्रमण को रोकना और यौन व प्रजनन स्वच्छता में सुधार करना पुरुष की भी जिम्मेदारी है। इसके लिए परिवार नियोजन का एक मात्र अस्थायी साधन “कंडोम” अधिकतर लोगों के लिए उपयुक्त है और इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं है। इसकी उपलब्धता आमजन तक आसान हो, इसके लिए जनपद के 518 स्वास्थ्य केन्द्रों पर कंडोम पेटिका (कंडोम बाक्स) की व्यवस्था की गयी है। शेष 71 स्वास्थ्य केन्द्रों पर इसकी स्थापना के निर्देश दे दिये गए हैं । उन्होने बताया कि जनपद में वित्तीय वर्ष 2019-20 में जहां 3.33 लाख कंडोम की खपत थी वहीं 2021-22 में बढ़कर 5.37 लाख से अधिक हो गयी।    

 कंडोम पेटिका को बताया उपयोगी – सुजानगंज ब्लॉक के 25 वर्षीय सोहन मौर्या कुमार की शादी पांच साल पहले हुई थी। उनका डेढ़ साल का एक बच्चा है और अभी वह बच्चा नहीं चाहते हैं। इसके लिए वह पिछले तीन वर्षों से कंडोम का उपयोग कर रहे हैं। सोहन मौर्या कहते हैं कि कभी-कभी दुकान या मेडिकल स्टोर पर कंडोम खरीदने में हिचकिचाहट होती थी तो कभी पैसे न होने पर इसे खरीद नहीं पाता था। ऐसे में गर्भधारण का जोखिम बना रहता था। अस्पताल में कंडोम पेटिका लग जाने से इसे 24 घंटे में कभी भी प्राप्त किया जा सकता है और गोपनीयता भी बनी रहती है