एक करोड़ की डकैती में मुख्य आरोपी के पिता का बड़ा आरोप, लिया गया 60 लाख
एक करोड़ की डकैती में मुख्य आरोपी के पिता का बड़ा आरोप, लिया गया 60 लाख
वाराणसी, बैजनत्था इलाके की एक फर्म से 1 करोड़ 40 लाख की डकैती और फिर लावारसी मिले 92 लाख रुपए मामले में नया मोड़ गया है। इस मामले में मुख्य आरोपी तिलमापुर निवासी अजीत गुरूजी के पिता विमलेश मिश्रा ने पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन से मुलाकात कर बड़ा खुलासा किया है। उनका आरोप है कि कमिश्नरेट के एक अफसर की भूमिका इस मामले में संदिग्ध यही और उसने मेरे बेटे से 60 लाख रुपए भी लिए थे। उन्होंने सीबीसीआईडी और एसआईटी से करवाने की मांग की है।
"लगाया गंभीर आरोप"
मुख्य आरोपी अजीत मिश्रा के पिता विमलेश मिश्रा पुलिस कमिश्नर मुथा अशोक जैन से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने प्रार्थना पत्र देते हुए मांग की कि इस डकैती के मामले की जांच सीबीसीआईडी से कराई जाए। साथ ही एसआईटी भी इसकी जांच करे। उन्होंने कहा कि मेरे बेटे से गिरफ्तार घनश्याम मिश्रा ने एक व्यापारी के यहां पैसे फंसने की बात कही थी और अजीत से उसे निकलवाने में मदद मांगी थी। इस प्रकरण में भेलूपुर के तत्कालीन इंस्पेक्टर रमाकांत दुबे ने अजीत को फोन कर घनश्याम को अपना परिचित बताते हुए मदद की बात कही थी।
"बताया 29 मई का सच, लगाए आरोप"
विमलेश मिश्रा ने तत्कालीन इन्स्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि 29 मई को घनश्याम और तत्कालीन इंस्पेक्टर बैजनत्था स्थित आदि शंकराचार्य कालोनी पहुंचे। यहां दो करोड़ रुपए मिले। इसमें से एक करोड़ घनश्याम ने अपने बताए तो इंस्पेक्टर ने मोटा कमीशन लेकर वह पैसा घनश्याम को दे दिया। इसके बाद बचे हुए एक करोड़ इंस्पेक्टर ने रख लिए।
"फिर शुरू हुआ बंटवारे का खेल"
विमलेश ने अपने प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया है कि इसके बाद उस एक करोड़ रुपए का बंटवारा शुरू हुआ। 30 मई को एक बर्खास्त दरोगा को 5 लाख रुपए दिए गए पर वह 25 लाख मांगने लगा, नहीं मिलने पर उसे आला अधिकारियों को सूचना दे दी। आला अधिकारी ने सभी को कार्यालय बुलाकर पैसा रखवा लिया। उसके बाद घनश्याम और अजीत को थाने बुलाकर कार्रवाई के नाम पर 60 लाख रुपए ले लिए और थाने से जाने दिया।
"पुलिस कमिश्नर ने दिया है आश्वासन"
इस मामले में पुलिस कमिश्नर ने आरोपी के पिता को स्पष्ट और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। वहीं मुख्य आरोपी के ऊपर एनबीडब्लू के लिए कोर्ट में पुलिस ने अर्जी दी है।
