आखिर मरी हुई युवती के शव को 3 दिन घर में क्यों छिपाया गया, क्या था कारण
आखिर मरी हुई युवती के शव को 3 दिन घर में क्यों छिपाया गया
भीरपुर - करछना थाना क्षेत्र के डीहा गांव में एक अजीबोगरीब घटना सामने निकल कर आया है। जहां डीहा गांव निवासी अभय राज यादव की पुत्री अंतिमा 17 वर्ष की 3 दिन पूर्व में मौत हो गई है। लेकिन शव को दफनाया नहीं गया बल्कि परिजन उसे झाड़-फूंक के जरिए जीवित मानकर कमरे में छिपाएं रखा । 3 दिन बीत जाने के बाद घर के बगल से गुजर रहे लोगों को बदबू होने पर पास जाकर देखा तो यूवती मृत अवस्था में पड़ी थी । और सभी सदस्य भी शव के आसपास लेटे हुए थे। घटना की जानकारी होने पर ग्रामीणों में सनसनी फैल गई।सूचना होने पर एसपी यमुनापार सौरभ दिक्षित, एसडीएम करछना अमृता सिंह, एडीएम प्रशासन हर्ष देव पांडे, सीओ करछना राजेश यादव सहीत करछना व औद्योगिक थाने की पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंची। जिसके बाद पुलिस ने घर में अपने आप को कैद कर रह रहे सभी को बाहर निकलने के लिए कहा गया । लेकिन सभी सदस्य देवी देवताओं को नाराज होने का हवाला देते हुए घर के पास बनाए गए दायरे से बाहर निकलने से मना कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने शक्ति अपनाते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम भेज दिया। वही अन्य सदस्य भी कई महीने से खाना-पीना न करने की वजह से बीमारी से ग्रसित हो गए थे। जिसे पुलिस ने प्राथमिक उपचार के लिए सभी को जिले के अस्पताल में भेज दिया। वहीं ग्रामीणों की बातों पर गौर करें तो अभय राज यादव का पूरा परिवार काफी दिनों से मानसिक रूप से बीमार चल रहा है । जिसके कारण सभी सदस्य कई महीने से खाना पीना छोड़ कर अपने आप को देवी देवताओं के नाम से समर्पित कर घर में कैद कर लिए हैं। और वह किसी से मिलना भी पसंद नहीं करते थे। अगर कोई भी व्यक्ति घर के पास या कुछ सामान देने के लिए जाता है तो सामान लेने से मना करते हुए दौड़ा लिए ते हैं। जिसमें से कुछ सदस्य सुबह व शाम को घर से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित गंगा नदी से जल एक डिब्बे में भरकर घर लाते हैं और वही ग्रहण करते थे । अभय राज यादव के 5 बेटी व तीन बेटा है। जिसमें चार बेटियों की शादी कर चुके हैं। जबकि तीन बेटा व एक बेटी की शादी होनी बाकी है। मृतका अंतिमा भाई बहन में सबसे छोटी थी और वह 11वीं कक्षा की छात्र थी।
जानकारी के मुताबिक 2 साल पहले अभय राज यादव का पूरा परिवार खुशहाल जिंदगी व्यतीत कर रहा था। करोना काल के दौरान छोटी बेटी बीनू की शादी अभय राज ने मेजा क्षेत्र में कर दिया । जहां से शादी के कुछ दिन बाद बीनू ससुराल लौट आई । जिसके बाद वह देवी देवताओं के नाम से घर के सभी सदस्यों को परेशान करने लगी। दिन प्रतिदिन वह नए-नए हंगामा खड़ी कर घरवालों से भीड़ जाती थी और मारपीट भी करती थी । व्याधा से छुटकारा के लिए बीनू ने किसी तांत्रिक से सलाह लिया तो वह घर पर भूत प्रेत का साया होने की बात कीया । जिसके बाद वह तांत्रिक के द्वारा बताए हुए रास्ते पर चलने लगी और कुछ दिन बाद वह घर के सभी सदस्यों को घर का खाना पीना न करने की बजाय सिर्फ गंगा जल ग्रहण करने पर मजबूर कर दिया। धीरे-धीरे पूरा परिवार सिर्फ गंगा जल पीकर रहने लगा।