सगे बाप ने अपने दो बच्चों को कुएं में फेंक, मौत
सगे बाप ने अपने दो बच्चों को कुएं में फेंक, मौत
सगे बाप ने अपने दो बच्चों को कुएं में फेंक, मौत इस घटना की गंभीरता को देखते हुए सीओ सिटी जितेंद दुबे मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को कब्जे में लेकर जांच में जुट गए। वही मृतक आरोपी पिता इरफान को गिरफ्तार कर लिया है।24 अप्रैल, रविवार को जफराबाद थाना क्षेत्र स्थित नैपूरा गांव में कलयुगी बाप ने अपने दो बच्चों को कुएं में फेंक कर मौत के घाट उतार दिया।घटना की सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से दोनों बच्चो के शव को कुएं से बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं आरोपी पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, अपने 7 वर्षीय मासूम बच्ची सायमा व 5 वर्षीय पुत्र अरमान को कुएं में फेंक कर पिता इरफान ने मौत के घाट उतार दिया। मौके पर सीओ जितेंद दुबे समेत भारी पुलिस बल मौजूद रही, पुलिस के अनुसार आरोपी इरफान दिमागी रूप बीमार है। जिले के जफराबाद थाना क्षेत्र के नैपुरा मुस्लिम बस्ती में इरफान अपनी पत्नी शाहीन बानो अपने दो बच्चे के साथ जीवन यापन कर रहा था। इरफान की आर्थिक स्थित मज़बूत नही थी। इरफान छलनी बनाने का काम कर अपने परिवार का पेट पाल रहा था, उसकी स्थिति खराब होने पर ससुराल वाले भी मदद किया करते थे।लेकिन इधर कुछ दिनों से अब आर्थिक तंगी के कारण इरफान परेशान रहा करता था और जिसके कारण उनकी मानसिक स्थित भी ठीक नही रहती थी।आज दोपहर उसने अपनी बेटे व बेटे को कुएं में फेंक कर मौत के घाट उतार दिया। घटना की सूचना पर स्थानीय पुलिस भारी फोर्स के साथ पहुंच गई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए सीओ सिटी जितेंद दुबे मौके पर पहुंचकर दोनों शवों को कब्जे में लेकर जांच में जुट गए। वही मृतक आरोपी पिता इरफान को गिरफ्तार कर लिया है।इरफान चार-पांच साल पहले सऊदी से आया था। इस समय वह जफराबाद बाजार में एक चलनी बेंचने वाले की दुकान पर काम करता था। इसके एवज में उसे एक हजार रुपये प्रति माह मिलता है। पत्नी साहिन बानो के मुताबिक रोज की तरह रविवार को भी वह दुकान पर काम करने के लिए गया था। वहां से खाना खाने के लिए दोपहर करीब 12 बजे आया उस समय वह नमाज पढ़ रही थीं। दोनों बच्चे सायमा (सात) और अरमान (पांच) खेल रहे थे। इसी दौरान इरफान दोनों को अपने साथ ले गया। पत्नी ने सोचा कि वह बच्चों को खिलाने के लिए ले जा रहा है, लेकिन उसने दोनों को 50 मीटर दूर कुएं में ले जाकर फेंक दिया। इसके बाद वह काम पर चला गया। शाम को करीब चार बजे वह घर आया तो साहिन ने बच्चों के बारे में पूछा तो उसने कहा कि मैं उनको कहां से खिलाऊंगा इसलिए दोनों को कुएं में फेंक दिया है। जानकारी होने पर परिवार में कोहराम मच गया।सूचना मिलने पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हिमांशु नागपाल, सीओ सिटी जितेंद्र दुबे, तहसीलदार पवन कुमार, थानाध्यक्ष राजाराम द्विवेदी पहुंचे और घटना की जानकारी ली। सीओ सिटी ने कहा कि आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। गांव के लोग बता रहे हैं उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है, लेकिन इसकी जांच की जा रही है। इस घटना से हर कोई हैरान है। पति के कारण गोद सूनी होने पर रोते हुए पत्नी शाहिना कह रही थी कि वह सोचती थी कि कभी बच्चों को किसी के सामने हाथ न फैलाना पड़े, इसलिए वह रात में जग कर बीड़ी बनाती थी। लेकिन, उसे (पति) को पता नहीं क्या हो गया कि दोनों बच्चों की जान का दुश्मन बन गया। इरफान की शादी नौ साल पहले शाहिना से हुई थी। दोनों की जिंदगी हंसी-खुशी बीत रही थी। समय के साथ दो बच्चे एक साइमा और अरमान हुए। इरफान ने कई वर्षों तक सऊदी अरब में भी काम किया था। हालांकि वह चार-पांच साल पहले वहां से वापस आया और फिर नहीं गया। परिजनों के मुताबिक पैसे के कारण वह तनाव में रहता था, जिससे उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी।हालांकि पति और बच्चों का सहारा बनने के लिए शाहिना घर में बीड़ी बनाती थी। जबकि उसका पति जफराबाद बाजार में एक चलनी बेचने वाले की दुकान पर काम करता था।परिजनों के मुताबिक वहां उसे एक हजार रुपये प्रति माह मिलते थे। वह रोजाना दोपहर में आता था और खाना खाकर फिर दुकान पर काम करने जाता था। शाहिना ने कल्पना भी नहीं की थी कि उसका ही पति ऐसा करेगा। वह बेफिक्र होकर अपने घर के कामों में व्यस्त थी, जब पति घर लौटा तो बच्चों के बारे में पूछने पर उसने बताया कि दोनों बच्चों को कुएं में फेंक दिया है। आरोपी के चेहरे पर अपने किए पर पछतावा नहीं दिख रहा था। पुलिस के सामने बोला-मैंने कुएं में फेंका घटना के बाद इरफान को अपने किए का पछतावा नहीं दिख रहा था। वह घटना को अंजाम देने के बाद जफराबाद बाजार भी गया था। जहां से काम करके वापस भी आया।पुलिस ने जब उससे पूछा तो वो बोला कि हां मैंने ही कुएं में दोनों को फेंक दिया। पुलिस से भी बातचीत में नहीं लग रहा था कि कि वह किसी भी तरह का मानसिक रोगी है।
ब्यूरो रिपोर्ट अर्जुन कुमार
